Kainchi Dham

अपने शांत वातावरण और प्रसिद्ध हिंदू संत, नीम करोली बाबा (जिन्हें महाराज-जी के नाम से भी जाना जाता है) के साथ जुड़ाव के लिए जाना जाता है।  नैनीताल से लगभग 15 किलोमीटर  उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है।

Kasaar Devi Temple

यह मंदिर प्राचीन माना जाता है, कि इसकी उत्पत्ति दूसरी शताब्दी ई.पू. में हुई थी। इसका शांत स्थान और ऐतिहासिक महत्व इसे एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल बनाता है। कुमाऊँ क्षेत्र के अल्मोडा शहर से लगभग 8 कि.मी. दूर स्थित है।

Jageshwar Temple

 जागेश्वर के मंदिर 7वीं से 12वीं शताब्दी के हैं, जो इस क्षेत्र की प्राचीन वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। वे अपने ऐतिहासिक महत्व और क्षेत्र की धार्मिक प्रथाओं में अपनी भूमिका के लिए प्रसिद्ध हैं। अल्मोडा से लगभग 36 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, घने देवदार के जंगलों से घिरा हुआ।

Jakarsem Mandir

जकरसेम मंदिर कुमाऊं भर में फैले प्राचीन मंदिरों की समृद्ध टेपेस्ट्री का हिस्सा होने के कारण स्थानीय धार्मिक परंपराओं और प्रथाओं में एक स्थान रखता है। झाकरसेम मंदिर उत्तराखंड के अल्मोडा जिले में स्थित है।

Chitai Golu Mandir

गोलू देवता को भगवान शिव का अवतार माना जाता है और स्थानीय लोककथाओं और परंपराओं में उनका महत्वपूर्ण स्थान है। यह मंदिर सदियों से पूजा का केंद्र रहा है, जो कुमाऊं क्षेत्र की सांस्कृतिक और धार्मिक प्रथाओं को दर्शाता है। यहअल्मोडा से लगभग 9 किलोमीटर दूर, सुंदर कुमाऊँ पहाड़ियों में स्थित है।